यादों का बसेरा
यादों का बसेरा
अक़्सर मेरी आँखों में
तेरी यादों का बसेरा रहता है !
जब तन्हाई होती है तो
ये मुझसे बहुत कुछ कहता है !
अक्सर मेरी तन्हाई में
तेरी यादों की कसक रहती है !
जब उदास होती हूँ तो
आँखें चुपके से रोती हैं !
अक्सर मेरे ख्यालों में
तेरे ख़्वाबों का आना जाना रहता है !
जब भी सोचती हूँ तब
दुःख का पैमाना छलकता है !

