STORYMIRROR

Kusum Lakhera

Abstract Romance Fantasy

4  

Kusum Lakhera

Abstract Romance Fantasy

यादों का बसेरा

यादों का बसेरा

1 min
210

अक़्सर मेरी आँखों में 

तेरी यादों का बसेरा रहता है !

जब तन्हाई होती है तो 

ये मुझसे बहुत कुछ कहता है !


अक्सर मेरी तन्हाई में 

तेरी यादों की कसक रहती है !

जब उदास होती हूँ तो 

आँखें चुपके से रोती हैं !


अक्सर मेरे ख्यालों में 

तेरे ख़्वाबों का आना जाना रहता है !

जब भी सोचती हूँ तब 

दुःख का पैमाना छलकता है !


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract