यादें
यादें
कोई गीला नही अगर
पूरे ना करो किये हुए वादे
मिलने आया करो कभी
ताजा करें पुरानी यादें
कडवाहट नही मन में कोई
ना खुदको मनवाने के इरादे
लौटने की उम्मीद भी नहीं
पीछे रह गयी हैं सिर्फ यादें
सब कुछ छुट गया है कबका
अर्ज हैं दिल मे थोडी जगह दे
जिंदगी विरान हो गयी है सारी
समेट रहे हैं बची हुई यादें
किस मोड पे आ गये हम
थक गये,अब तो आसरा दे
आँसू छलकते हैं जब भी
घिर आती मन में बीती यादें।
