STORYMIRROR

Sonam Kewat

Inspirational

4  

Sonam Kewat

Inspirational

या पढ़ो या तो लिखो

या पढ़ो या तो लिखो

1 min
250

इस बार मैंने अपनी औकात को 

पहले से थोड़ा और बढ़ा दिया है 

तुम मेरे बारे में किसी से नहीं कहते थे 

मैंने तो अपने बारे में जमाने को बता दिया है 


अरे इतनी भी कमजोर नहीं थीं मैं 

जितना कि तुम मुझे समझते थे 

आज मैं ताकतवर हो चुकी हूं क्योंकि 

कभी तुम खुद को ताकतवर कहते थे


जब सीधे-साधी हुआ करती थी तो लोग 

बेवकूफ बना कर निकल जाया करते थे 

तुम्हें शौक था पीठ पीछे बातें करने का 

क्योंकि तुम तो मुंह पर बातें करने से डरते थे 


अब मैं नाम कर रही हूं कुछ इस तरह 

तुम भी बनना चाहो मेरी ही तरह

मैं वहीं हूँ जो जीना नहीं चाहते थी पर 

अब अनगिनत सपने हैं जीने की वजह


तूने कबुल किया था तो अच्छा है

चल अब तेरा सिर नीचा हुआ 

कुछ और ना भी हुआ तो ना सहीं

इसी बात पर मेरा इंतकाम पूरा हुआ 


दोस्तों याद रखो कि घमंड में कभी 

किसी को छोटा मत दिखाना और 

कमजोर के सामने तुम खुद को 

कभी भी ताकतवर मत बताना क्योंकि

वक्त तो सबका बदलता है इसलिए 

वक्त पर कभी अपना हक मत बताना।


मैंने कर लिया जो भी मुझे करना था, 

अबकी तुम्हें भी कुछ तो करना होगा 

या पढ़ना होगा या तो लिखना होगा 

पढ़ो तो वो पढ़ो जो मैं लिख रही हूं और 

लिखों तो वो लिख जाओ जो मैं कर रही हूं 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational