इस कंक्रीटों के जंगल के बाशिंदे जिसे हम सभ्य और शहरी कहते है, अपनी कभी न ख़त्म होने वाली प्यास को ... इस कंक्रीटों के जंगल के बाशिंदे जिसे हम सभ्य और शहरी कहते है, अपनी कभी न ख़त्म...
अचानक ऐसा कुछ घटित हो जाता, तब भगवान को मानता है इंसान। अचानक ऐसा कुछ घटित हो जाता, तब भगवान को मानता है इंसान।
मगर जो राम-राम करते रहे सदा, वो मद मस्त सदा जीते रहे है। मगर जो राम-राम करते रहे सदा, वो मद मस्त सदा जीते रहे है।
लेकिन ताकतवर, भला कहाँ पीछे हटते। लेकिन ताकतवर, भला कहाँ पीछे हटते।
इंसान ही सबसे ताकवर साबित हुआ है। इंसान ही सबसे ताकवर साबित हुआ है।
परिस्थिति बहुत ही ताकतवर होती है परिस्थिति बहुत ही ताकतवर होती है