शतरंज खेलो, पारदर्शिता रखो।
शतरंज खेलो, पारदर्शिता रखो।
ये संसार है बहुत बड़ा खेल,
जो अच्छा खिलाड़ी,
वो होता जाता कामयाब,
और जो कमजोर,
वो नहीं टिक पाता एक पल।
इस संसार की तुलना के लिए,
सबसे उपयुक्त खेल,
मैं कहूंगा शतरंज,
राजा, रानी और बजीर की,
ताकत है अधिक,
वो चलाते हुक्म,
प्यादे करते उसका अनुसरण,
इनकी मौत भी होती आसान,
किंतु राजा, रानी और बजीर को,
मारना होता कठिन काम।
लेकिन शतरंज भी चलता,
कुछ नियमों से,
अगर हो जाए,
इनका उलंघन,
तो बाज़ी ले जाता प्रतिद्वदीं।
यनि इस खेल में भी,
पारदर्शिता का स्थान सर्वोत्तम।
किंतु बस यहां पे थोड़ी मुश्किल,
संसार में है पारदर्शिता,
बहुत कम,
जो ताकतवर,
वो जो चाहे,
छिपा ले,
जो चाहे,
बता दे।
कुछ संस्थाएं हैं,
जो पारदर्शिता की कोशिश करतीं,
लेकिन ताकतवर,
भला कहाँ पीछे हटते।
