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aazam nayyar

Abstract Fantasy

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aazam nayyar

Abstract Fantasy

वतन मेरा प्यारा है

वतन मेरा प्यारा है

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हम खून देंगे अपना वतन को 

रखेंगे सलामत अच्छा वतन को 


मत आंच आने देने गुलों पर 

रखना सदा यूं प्यारा वतन को


बातें न होगी लब पर मजहब की 

हम प्यार देंगे ऐसा वतन को 


ग़म दूर करके हर शख़्स का ही 

देंगे खुशी हर लम्हा वतन को 


दुश्मन बचेगा फिर वो नहीं है 

आया अगर जो गुस्सा वतन को  


हो एकता की दिल में मिसालें 

यारों बनाये ऐसा वतन को 


बातें न हो नफ़रत की कभी भी 

सब प्यार से ही महका वतन को 


आज़म लड़ जायेगा दुश्मनों से 

कुर्बान है तन मेरा वतन को 



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