और में ये नहीं बातें "आज़म" दिल को देती है हौसला हिंदी। और में ये नहीं बातें "आज़म" दिल को देती है हौसला हिंदी।
हंसी मुखड़ा बैठा है जो सामने नजरें देखने को बहकती रही हंसी मुखड़ा बैठा है जो सामने नजरें देखने को बहकती रही
भगत सिंह जी का जन्म हुआ दो चाचा को अंग्रेजों से रिहाई मिली। भगत सिंह जी का जन्म हुआ दो चाचा को अंग्रेजों से रिहाई मिली।