वंदेमातरम
वंदेमातरम
देख दुश्मन तू मेरे ही अब मगर गुस्सा वतन का
रोज घर में घुस के मारेगा सैनिक अच्छा वतन का
शान भारत की रहेगा बनके देखो दुश्मनों ये
हाँ रहेगा उम्रभर कश्मीर तो हिस्सा वतन का
हाँ जिसे कहते है भारत प्यार से सब लोग मिलकर
सच कहूँ वो इस जहां में नाम है प्यारा वतन का
और कोई हो न लोगो के लबों पर गीत यारों
हर घड़ी बस हर लबों पर ही रहे नगमा वतन का
वार दुश्मन कर नहीं सकता कभी भी अब लोगो पर
देखो लोगो सरहदों पर खूब है पहरा वतन का
एकता की है ताकत हिंदू मुस्लिम की ये मिसाली
यूं रहेगा ऊंचा तिरंगा ही सदा मेरा वतन का
जान दे दूंगा अपने प्यारे भारत के ही लिये मैं
हाँ हमेशा सोचा है आज़म ने ही अच्छा वतन का।