STORYMIRROR

Savita Patil

Inspirational

3  

Savita Patil

Inspirational

वतन हमारा

वतन हमारा

1 min
232

भूल जाओ इक बार खुदा को

तो भी माफ़ कर देगा वो!

पर मत भूलो उन शहीदों को

जिनकी चिताओं पर तुम स्वतंत्र खड़े हों।


यूं ही तो नहीं मिली ये आज़ादी

और यूं ही तो नहीं टीक पाई है,

हुए हैं ऐसे खुदा इस भूमि पर...

जिन्होंने हंसते -हंसते जान गवाई हैं।


न जाने वो कैसी दीवानगी थी

न जाने वो कैसा सुरूर था

देश से मोहब्बत उनको

देश ही जिनका गुरूर था!


हमें भी ऐसा दीवानापन दे खुदा

ऐसी मोहब्बत दे,

वतन पर हो फिदा

वतन से वफा, ऐसी फ़ितरत दे।


वतन ही एक प्रेम हो

वतन ही एक धर्म हो हमारा

वतन ही बहें नसों में

बनकर लहू हमारा!!


ଏହି ବିଷୟବସ୍ତୁକୁ ମୂଲ୍ୟାଙ୍କନ କରନ୍ତୁ
ଲଗ୍ ଇନ୍

Similar hindi poem from Inspirational