वो लडकी
वो लडकी
वो बेबाक बोलने वाली लडकी
अब खामोश रहने लगी है,
वो बेखौफ रहने वाली लडकी
अब अंधेरे से डरने लगी है,
वो मुस्कुराती रहने वाली लडकी
अब सदमे मे रहने लगी है,
वो आंखो से बाते करने वाली लडकी
अब छोटी सी बात पर रोने लगी है,
वो सादगी मे खुबसुरत लगने वाली लडकी
अब अपने चेहरे से नफरत करने लगी है,
खैर तुम क्या समझ पाओगे उसके दर्द को
तुम्हारे लिए तो लड़कियों की लाईन लगी है,
जिस्म से खेल कर महबुब बदल लेते हो
कभी सोचो कोई तुम्हारे लिए
अपनी जिदंगी बर्बाद करने लगी है...