मत घबराना गर किसी रोज़ ,
मैं लौट कर ना आऊँ ,
बस इतना समझना ,
वो चली गई ... वो चली गई |
गर कोई पूछे तुमसे ....
हुआ क्या था ?
बस इतना कह देना ,
वो चली गई ... वो चली गई |
किसी को बताने से ....
कुछ नहीं मिलने वाला ,
दुनिया तब भी यही कहेगी ,
वो चली गई ... वो चली गई |
कह देना बहुत आवारा थी ,
कईयों की आँखों की तारा थी ,
अब जब दिल ना भरा ....
वो चली गई ... वो चली गई |
स्त्री को बदनाम करने का ,
यही होता है सबसे अच्छा बहाना ,
तुम भी बस यही कह देना ....
वो चली गई ... वो चली गई |
मैं अब तंग आ चुकी हूँ ,
तुम्हारी रोज़ की पिटाई से ,
तुम बेशर्मी से यही कहते जाना ,
वो चली गई ... वो चली गई |
आना - जाना दुनिया का मेला है ,
यहाँ हर किसी का अंत अकेला है ,
इंतजार ना करके सबसे कह देना ,
वो चली गई ... वो चली गई |
मत घबराना गर किसी रोज़ ,
मैं लौट कर ना आऊँ ,
बस इतना समझना ,
वो चली गई ... वो चली गई ||