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Surjmukhi Kumari

Tragedy Classics

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Surjmukhi Kumari

Tragedy Classics

वक़्त रुकता नहीं

वक़्त रुकता नहीं

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जिंदगी रुकती नहीं किसी के चले जाने से

वक्त रुकता नहींं हमारे रुक जानेे से

सफ़र अगर लंबा हो तो ज्यादा देेर सोया नहीं करते।


अगर कोई सपना टूट जाए तो हिम्मत हार कर रोया नहीं करते।

उलझने अगर बढ़ गई हो तो धीरज खोया नहीं करते

मेहनत अगर दिल से किया हो तो

मंजिल तक पहुंचने से पहले रुका नहीं करते।


गलती अगर खुद की ना तो अन्याय के सामने झुका नहीं करते।

घायल अगर दिल हुआ हो तो आंसू सुखा नहीं करते।

फूल एक बार मरते हैं तो फिर से खिला नहीं करते।


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