विवेकानंद संस्कृति की महक
विवेकानंद संस्कृति की महक
विवेकानंद जी का हम,
अभिनंदन करते हैं।
भारत माता के साथ-साथ,
उनका भी वंदन करते हैं।
श्रद्धा से शीश झुका कर,
युग पुरुष को प्रणाम करते हैं।
हमें दे गए दिवस महान,
ओर किया जीवन कल्याण।
भारत की सभ्यता संस्कृति का,
पूरे विश्व ने किया गुणगान।
जन-जन में विख्यात हुए,
ऐसा आदर्श बन गए।
अपनी निर्मल वाणी से,
देश भक्ति का भाव भर गए।
साहित्य ,दर्शन व इतिहास के,
वह विद्वान प्रकांड हुए।
युगंतकारी आध्यात्मिक गुरु,
हिंदू धर्म की नींव रख गए।
युवाओं के पथ प्रदर्शक बन,
सभी लोगों में प्रिय बन गए।
गुरुओं के आशीर्वाद से,
अलौकिक ज्ञान को प्राप्त किया।
संस्कृति की सुगंध बिखेर कर,
भारत भूमि को पावन कर गए।