Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Minal Aggarwal

Tragedy

4  

Minal Aggarwal

Tragedy

विष के प्याले में

विष के प्याले में

1 min
228


विष के 

प्याले में 

विष भरना था 

सोचा जंगल जाकर 

सर्प को ढूंढूं या

अपने ही नगर में 

किसी जहरीले इंसान को 


किसी सर्प को देखने से 

लगता नहीं कि 

यह विषैला होगा 

जब तक उसे कोई छेड़े नहीं 

वह फुफकार मारता हुआ फिर 

उसे डसे नहीं और फिर 

जिसे डसा तो 

जब तक वह मरे नहीं लेकिन 

एक जहरीला इंसान तो 

सक्षम है 


दक्ष है

समक्ष है 

अपनी कड़वी बोली से 

किसी का दिल छलनी करने में 

धधकती आंखों के अंगारों से 

किसी को जलाने में 

अपने लोहे से कठोर आघातों से 

किसी को जिस्मानी नुकसान 

पहुंचाने में 

अपने चेहरे से लहू टपकाते हुए 

किसी की आत्मा को 


तनाव के घेरे से पाटने में 

अपने शरीर की नस नस में 

दौड़ते जहर के दरिया में 

किसी को भी गहरा डूबाकर 

विषैली गहरी नींद सुलाने में।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy