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Jyoti Naresh Bhavnani

Tragedy Inspirational

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Jyoti Naresh Bhavnani

Tragedy Inspirational

मेरी प्यारी मां

मेरी प्यारी मां

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मेरी प्यारी मां,

हो तुम कहां,

मुझे छोड़ यहां,

गई तुम कहां।

याद हमेशा ही हैं,

दिल में हमेशा ही हैं,

याद हमेशा ही हैं,

दिल में हमेशा ही हैं,

तेरे हैं जो भी मुझपर,

कई एहसान,

कई एहसान।

मेरी प्यारी मां,

हो तुम कहां।

मुझे छोड़ यहां,

गई तुम कहां....


बचपन से ही,

मैंने तुमको था देखा।

हर किसी के लिए ही,

तुमको जीते था देखा।

अपनी सारी खुशियों को,

अपनी सारी इच्छाओं को,

घर के लिए ही,

कुर्बान किया था

हमारे लिए ही,

कुर्बान किया था।

हमारे लिए ही छोड़े,

सारे अरमान,

सारे अरमान।

मेरी प्यारी मां,

हो तुम कहां,

मुझे छोड़ यहां,

गई तुम कहां।


तेरी बातों को,

मैं याद करूं।

तेरे लिए ही आंखों में,

मैं आंसू भरूं।

नींदों को गंवा कर के,

आराम को गंवा कर के,

तूने मुझको,

बड़ा किया,

मुझपर है,

एहसान किया।

याद रहेंगे तेरे,

सारे बलिदान,

सारे बलिदान।

मेरी प्यारी मां,

हो तुम कहां,

मुझे छोड़ यहां,

गई तुम कहां।

याद हमेशा ही हैं,

दिल में हमेशा ही हैं,

तेरे हैं जो भी मुझपर ,

कई एहसान,

कई एहसान।

मेरी प्यारी मां,

हो तुम कहां,

मुझे छोड़ यहां,

गई तुम कहां,

गई तुम कहां...



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