विजय दिवस
विजय दिवस
विजय दिवस मनाने का दिन है, यह 16 दिसम्बर
पाक को धूल चटाने का दिन है, यह 16 दिसम्बर
आज हमने पाक से बांग्लादेश को अलग किया,
भारत के सैनिक भी क्या खूब थे, वीर शेर गब्बर
अमेरिका को मुँहतोड़ जवाब दिया था, उस वक्त
जब अमेरिका पाक का साथ देता आया, नजर
भारत के परममित्र रूस ने साथ, दिया था, गजब
हिन्द के सैनिकों ने खूब ली, सब शत्रुओं ख़बर
आओ अपने सैनिकों का हम सब करे, आदर
अपने सैनिकों की बदौलत हम बैठे, सुरक्षित घर
विजय दिवस मनाने का दिन है, यह 16 दिसम्बर
आओ खुशियों के घी के दीप लगाए हम घर-घर
जो दुनिया मे सही रखता है, नियत अपनी नर
उसकी तो जहां में खुद ही मदद करते है, ईश्वर
दुनिया मे वही जीतता, जो चलता है, सत्यपथ पर
हिंद ने इसलिए जीता 16 दिसम्बर 1971 समर
लौह-महिला इंदिरा, तुझको याद करते है, घर-घर
तूने ही बांग्लादेश बनाया, पाक के दो टुकड़े कर
देश तभी आगे बढ़ेगा, जब शिक्षा का बढ़ेगा, हुनर
आओ करे, प्रयास देश मे कोई भी न रहे, निरक्षर
देश पर गर्व करे, यह है, जांबाजी में सबसे धुरंधर
हमारा तिरंगा हरदिन, हरपल छूता रहेगा अम्बर
गर हम नफरतों को देकर जहर रहे, सब मिलकर
विजय दिवस मनाने का दिन है, यह 16 दिसम्बर
इसदिन विश्व को पता चला हिंद को न आंके, कमतर
भारतीयों को प्रेम से जीता जा सकता, न की लड़कर
जिसने भी कोशिश की वह मिट्टी में मिल गया, नर
भारतीय सैनिक क्या भूमि, बर्फ ओर क्या मरुस्थल
सब जगह ही भारतीय सैनिक नजर आये है, निडर
हमारे हिन्द सैनिकों की बहादुरी तो है, इस कदर
उनकी एक नजर से आईने क्या, टूट जाते है, पत्थर
विजय दिवस मनाने का दिन है, यह 16 दिसम्बर
नाचो, गाओ सब हिंद सैनिकों को दुआएं दो, जीभर।