उन्हें याद करो !
उन्हें याद करो !
उन्हें याद करो,
उन्हें याद करो।।
जो देश की खातिर हँसते - हँसते,
अपनी जाँ कुर्बान किये,
जंजीर में जकड़ी भारत मां को
आज़ादी का अभिमान दिए।
अंग्रेज़ी शासन से लड़कर,
खुद अपना ही इतिहास लिखे,
आने वाली संतानों को,
सुख - सम्पति नया विहान दिए।।
उन्हें याद करो,
उन्हें याद करो।।
सन सत्तावन में जब उठा ग़दर,
अंग्रेजों पर बन पड़ा कहर।
झांसी से चमकी तलवारें,
अंग्रजी सेना तितर - बितर।।
उन्हें याद करो,
उन्हें याद करो।।
रानी से प्रेरित हर जन- मन,
आज़ादी ख़ातिर मरे मिटे।
चप्पे - चप्पे पर वे हर दम,
अपने हक खातिर निकल पड़े।।
हम अवध ना देंगे तुम सुन लो,
चाहे कितनी भी बलि ले लो।
संघर्षों और बलिदानों के,
अनवरत कई अभियान चले।।
वे झुके नहीं और रुके नहीं,
चाहे कितने धड़ अलग हुए।
सन सैतालिस के पन्ने पर,
भारत माँ को सम्मान दिए।।
उन्हें याद करो,
उन्हें याद करो।।