आकाशवाणी की सेवा से रिटायर्ड।लेखन में रुचि।अनेक पुस्तकें प्रकाशित |अनेक संस्थाओं से पुरस्कृत।
है मौत बहुत बलवान , कि जिससे हम सब भी घबराते हैं ।। है मौत बहुत बलवान , कि जिससे हम सब भी घबराते हैं ।।
हमपे कुदरत ने नूर बक्शा है , हम दुआओं से आगे बढ़ते हैं। हमपे कुदरत ने नूर बक्शा है , हम दुआओं से आगे बढ़ते हैं।
नहीं गुजरता सिर से पानी, कर ही लेते वे मनमानी।। नहीं गुजरता सिर से पानी, कर ही लेते वे मनमानी।।
यह मुआ मौसम है आफ़त सी, करूं मैं क्या यह मुआ मौसम है आफ़त सी, करूं मैं क्या
स्त्री का इतिहास समझना, बेहद मुश्किल है। स्त्री का इतिहास समझना, बेहद मुश्किल है।
परिपक्वता की खूबसूरती की रंगत, दमक और चहक ही कुछ और होती है। परिपक्वता की खूबसूरती की रंगत, दमक और चहक ही कुछ और होती है।
तेरे कपालों पर गिरीं केशों की लटें अंगड़ाइयों के संग मुझे अब हैं डसें ! तेरे कपालों पर गिरीं केशों की लटें अंगड़ाइयों के संग मुझे अब हैं डसें...
सुनो प्रिये! ये जो डूबता सूरज है उसकी मद्धिम पड़ रही लालिमा कुछ कह रही है हमसे। सुनो प्रिये! ये जो डूबता सूरज है उसकी मद्धिम पड़ रही लालिमा कुछ कह रही...
रास्ते में इक हसीना ने , जगाए ख़्वाब कुछ। भावनाएं ही सही, मन को मिला है अपार सुख।। रास्ते में इक हसीना ने , जगाए ख़्वाब कुछ। भावनाएं ही सही, मन को मिला ...
कोयल का सुंदर गान मिले, अधरों को फिर मुस्कान मिले।। कोयल का सुंदर गान मिले, अधरों को फिर मुस्कान मिले।।