"तू देना मेरा साथ"
"तू देना मेरा साथ"
मंजिल बहुत दूर है
ए दोस्ततू देना मेरा साथ,
किसी भी सीमा को लांघ जाऊँगा
बस तू पकड़े रहना मेरा हाथ I
देखता रहूँ तेरी सुन्दर काया को
तुझ पर न पड़ने दूँ किसी की साया को
बाँध दूँ खुद को तेरी माया में
कहूँ मैं तुझे अपने मन की बात
ए दोस्ततू देना मेरा साथ I
ठोकरें खा-खा कर आया हूँ
आज तूझे अपना बनाकर लाया हूँ
अरमान है आसमाँ को छू लूँ
धरती को चुम लूँ और
आगे बढ़ चलूँ अपनी मंजिल की ओर
तेरे बिन न बीते कोई रात
कभी न छोड़ना मेरा हाथ
ए दोस्ततू देना मेरा साथ I"