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अजय कुमार द्विवेदी

Romance

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अजय कुमार द्विवेदी

Romance

तुम्हीं मीरा दीवानी हो

तुम्हीं मीरा दीवानी हो

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तुम्हीं राधा तुम्हीं रूक्मिणी तुम्हीं मीरा दीवानी हो।

हृदय की हो तुम्हीं धड़कन लहू की तुम रवानी हो।

तुम्हीं हो प्रेम का अम्बर तुम्हीं हो प्रेम की धरती।

तुम्हीं से है मेरी दुनियां तुम्हीं मेरी जिन्दगानी हो।


तुम्हीं राधा तुम्हीं रूक्मिणी तुम्हीं मीरा दीवानी हो।


तुम्हीं शक्ति तुम्हीं प्रकृति तुम्हीं परियों की रानी हो।

तुम्हीं हो फूल बागों का तुम्हीं नदियों का पानी हो।

तुम्हारे रूप का वर्णन भला बोलों करूं कैसे।

तुम्हीं नैनों की हो ज्योति प्रेम की तुम कहानी हो।


तुम्हीं राधा तुम्हीं रूक्मिणी तुम्हीं मीरा दीवानी हो।


तुम्हीं तो हो मेरे मन में कि जीवन में तुम्हीं तो हो।

तुम्हीं तो हो हकीकत में स्वप्न में भी तुम्हीं तो हो।

तुम्हीं से गम मेरे सारे तुम्हीं से हैं मेरी खुशियां।

तुम्हीं तो हो मेरा दर्पण तुम्हीं मेरी जवानी हो।


तुम्हीं राधा तुम्हीं रूक्मिणी तुम्हीं मीरा दीवानी हो।




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