तुम्हारी यादों की रोशनी में
तुम्हारी यादों की रोशनी में
तुम्हारी यादों की रोशनी में सफ़र ए जीवन को तय करेंगे
जहाँ कहोगी वहीं पे ख़ुद को तुम्हारे में हम विलय करेंगे
रहेंगे बन के तुम्हारा साया तुम्हारी ताकत तुम्हारी हिम्मत
हरेक लड़ाई में हौसले से सदा तुम्हारी ही जय करेंगे
कोई मुसीबत कोई भी उलझन न आने देंगे तुम्हारी जानिब
पड़े फ़ना होना चाहे हमको पै जान तुमको अभय करेंगे
हजारों तकलीफें झेल लेंगे तुम्हारी खातिर ए जाने जाना
किसी भी सूरत ख़ुशी तुम्हारी कभी कसम से न क्षय करेंगे
करेंगे सब कुछ निसार तुम पे जिगर दिल भी ये धड़कनें भी
बिना ही सोचे सनम तुम्हारे ही नाम अपना हृदय करेंगे
कभी कहीं भी मेरी मुहब्बत की आजमाइश के वास्ते हम
अगर कहोगी तो आग में भी न जान जाने में भय करेंगे
तुम्हें बिठायेंगे मन के मंदिर में राज वादा है ये हमारा
हमेशा माना जी दिल को अपने सनम तुम्हारा निलय करेंगे