तुम ने मानवता का हाल क्या किया।
तुम ने मानवता का हाल क्या किया।
तुमने मानवता का हाल क्या किया।
मोहब्बत का तुमने गला घोंट दिया।
मानव की वफ़ा पर भरोसा न रहा।
जिंदगी को बीच राह छोड़ दिया।
प्रेम में धोखा तुमने दे ही दिया।
प्यार की साँसों को छिन लिया।
जमाने से रुकसत कर दिया।
अकेले ठोकर खाने छोड़ दिया।

