STORYMIRROR

Anand Jain

Romance Fantasy

3  

Anand Jain

Romance Fantasy

तुम और मैं से हम तक

तुम और मैं से हम तक

1 min
204

अगर खफा तुम हो तो 

रूठे हम भी यहां है


सही तुम हो तो 

गलत हम भी कहां है


अगर तड़पती तुम हो

तो सुकून हमें भी कहां है


अगर रातों को जागती तुम हो तो 

सोते हम भी कहां है


बेचैन तुम हो तो 

चैन हमें भी कहां है


अगर सफ़र तुम हो तो 

मंजिल की ख्वाहिश ही कहां है


अगर उदास तुम हो तो 

खुश हम भी कहां है


अगर साथ तुम हो तो 

हमें किसी और की ज़रूरत ही कहां है



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance