ठिकाना
ठिकाना


किनारा हारा हुआ सा लगता है
उलझनों का संसार लगता है।
कश्ती को जाना था दूर कहीं।
लेकिन किनारा ही कश्ती का
अब ठिकाना लगता है।
किनारा हारा हुआ सा लगता है
उलझनों का संसार लगता है।
कश्ती को जाना था दूर कहीं।
लेकिन किनारा ही कश्ती का
अब ठिकाना लगता है।