तिलावत ए इश्क
तिलावत ए इश्क
खुदा का फरमान आया है,
तू रहमान बनकर आया है।
तिलावत ए इश्क कर लिया,
दिल पर नाम तेरा लिख लिया।
मुकद्दर मेरा यू संवर गया,
तू मेरा पहरेदार बन गया।
पांचों वक्त की नमाज अदा कर ली,
सारी दुनिया को भूल तेरे लिए दुआ कर ली।
फ़िजाओ के जरिए पैगाम भेज दिया,
शाम की उल्फत में तुझे महसूस कर लिया।
यह दिल तेरा दीवाना है,
अल्फाजों के मायनो का इशारा है।
नगमें तो सुरों में घुल जाएंगे,
हम तिलावत ए इश्क में मशगूल हो जाएंगे।।