तीन बंदर
तीन बंदर
सबको पता हैं तीन बंदरों की कथा
एक कहता बुरा ना देखो,
दूसरा कहता सुनो ना बुरा
तीसरा समझाता अपने मुंह पर रख कर हाथ
बुरा किसी को तुम ना कहना मेरे यार,
इतनी प्यारी यह तीनों सीख हैं
सबके जीवन में घोलती मीठे गीत हैं,
चलो इक बार फिर सभी को
यह कथा याद दिलाते हैं,
बुरा कहने, सुनने और देखने पर
अभी से रोक लगाते हैं,
यह नियम दूसरों को बतलाने से पहले
खुद पर आजमाते हैं,
हर तरह की बुराइयों से स्वयं को
बचाते हैं,
फिर उसके बाद चुन- चुन कर
सभी बुराई अपने समाज से मिटाते हैं,
चलो फिर से,
इस दुनिया को सुंदर बनाते हैं।