बदल कर देखो
बदल कर देखो
घर- बार और बच्चों से पहले
खुद को देखो,
कैसी थी तुम शादी से पहले
उठा के एल्बम जरा तुम देखो,
ऑफिस और किचन के बीच फंसकर
भूल गई हो तुम खुद को कैसे ?
सबके लिए हो तुम ही
फिर खुद के लिए क्यों तुम नहीं ?
थोड़ा समय निकलो और सोच कर देखो
सबको अच्छा खिलाते हुए
थोड़ा सा हेल्दी फूड अपने लिए रखो,
घर में सबसे पहले तुम ही उठती हो
तो थोड़ा एक्सरसाइज करके भी देखो
सबके लिए तुम सोचती हो
कभी खुद के लिए भी जरा सोचो
दूसरों को बदलने से पहले
अपने आप को बदल कर देखो।