थोड़ा सच्चा थोड़ा झुठा नया भारत निर्माण
थोड़ा सच्चा थोड़ा झुठा नया भारत निर्माण
इक प्यारा सा है ख्वाब मेरा
जहां मिल जुलकर रहते लोग यहां
वैसे शिक्षा मे तो बढ़ ही रहे है आगे जहां
तो अब जरा सोच शिक्षा पर भी इक नज़र लगा
थोड़ा सच्चा थोड़ा झुठा नया भारत निर्माण
एक नया हिंदुस्तान है बन रहा आज
श्रीराम की अयोध्या का हो चला है निर्मान
सैनिक भाई लड रहे आज भी सरहद पार
इक राखी उनको भेजके करो उनका भी थोड़ा सम्मान
एक दिल के कोने मे उम्मीद आज भी है
थोड़ा सच्चा थोड़ा झुठा नया भारत निर्माण
थोड़ी आवाज उठाती है उन गलत सोचों के नाम
लड़की घर का काम पहले सीखे, इस गलतफहमी को फैक बाहर
किसी के सहारे ही क्यु बेठना तू ही शक्ति का दूजा नाम
इस स्वातंत्र दिन अपनी आवाज उन छोटी सी सोचो के खिलाफ
चलिए सब हाथ मिलाकर बनाएं इक नया भारत निर्माण
थोड़ा सच्चा थोड़ा झूठा नया भारत निर्माण!