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Ervivek kumar Maurya

Romance

4  

Ervivek kumar Maurya

Romance

तेरी यादों का वो सावन

तेरी यादों का वो सावन

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हाँ,तेरी आँखों का काजल

मुझे घायल कर जाता है

तेरी यादों का वो सावन

मुझे भिगो जाता है


नैन तेरे कातिलाना

रूप है चाँद सा

जुल्फें तेरी काली घटायें

जिस्म तेरा आग सा

वो तेरा प्यारा सा चुम्बन

याद मुझको आ जाता है

तेरी यादों.................


तू चले मेरे साथ तो

सारी फिजायें महक उठें

तू लगे मेरे जिस्म से तो

सारी दुनिया जल उठे

वो तेरा बाँहों में लिपटना

याद मुझको आ जाता है

तेरी यादों...............


जितना तेरे साथ रहा

वो पल सुनहरे थे

जिंदगी की राह में

हम तो न अकेले थे

वो तेरा प्रेम-दर्पण

सच बयां कर जाता है

तेरी यादों...............


हाँ,तेरी आँखों का काजल

मुझे घायल कर जाता है

तेरी यादों का वो सावन

मुझे भिगो जाता है.



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