तेरी यादो की बारिश मे
तेरी यादो की बारिश मे
तेरी यादों की बारिश में
भिग रहा हूँ
पता नहीं कहा आया हूँ
मै कहां हूँ।। 0।।
तू ही तू है
इस जहाँ के नज़ारों में
तू ही तू है
कुदरत के इशारों में
बस दिल को सूकूनंं सा है
मैं जहाँ हूँ
पता नहीं कहा आया हूँ
मैं कहां हूँ।। 1।।

