STORYMIRROR

Praveen Gola

Romance Tragedy

4  

Praveen Gola

Romance Tragedy

तेरी याद आने की

तेरी याद आने की

1 min
311


#SMBoss
#सोनेट


तेरी याद आने की हर जगह बंद कर दी,

तेरे नाम की इन होठों पर तालाबंदी कर दी।


आग सी लगी है इस तन - बदन में अब तो,

इस आग को बुझाने की हवा बंद कर दी।


अश्क गिर - गिर के यूँ ही सूख जाते,

बंद पलकों से अब इन अश्कों पे महर कर दी।


दिल चीरने का खंजर ना मिल सका,

इस दिल की सारी धड़कने बंद कर दी।


एहसासों से ही तो दर्द उठता है,

हर एहसास की तड़प ठंडी कर दी।


कांटों की सेज पर ज़ख्मों को सुलाया,

सुबह हर जख्म की मरहम पट्टी कर दी।


एक नाम बाकी जो रह गया था तेरा,

उस नाम को दफ़्न कर मय्यत पे अर्जी रख दी।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance