तेरी सूरत
तेरी सूरत
हे नींद की राजकुमारी...
कहते हैं सब कोई कि
लाजवाब है तेरी सूरत
पर क्या करूं
देखने से पहले ही
चढ़ जाता है नशा तेरा
ले जाती हो मुझे तुम
नीलम देश की उस पार
बिना पंख के उड़ती हूँ मैं
परियों के सुन्दर देश में
दिखाते हो सुन्दर सपने
मनमोहक रंगों के
जब छूट जाता है नशा तेरा
ओझल हो जाती है तुम कहीं..
बोलो कैसी है तेरी सूरत?
