STORYMIRROR

AKIB JAVED

Romance Tragedy Classics

3  

AKIB JAVED

Romance Tragedy Classics

तेरी ही लगन

तेरी ही लगन

1 min
142

तेरी ही लगन अब लगी है फ़क़त

मेरे दिल में तेरी कमी है फ़क़त


नज़र में है मेरे तेरी सादगी

तू ही अब मेरी ज़िन्दगी है फ़क़त


मुझें भूल जाती है अक्सर वो क्या

या पलभर की नाराजगी है फ़क़त


उसे छोड़ के ज़िन्दगी में मेरे

बची अब ये आवारगी है फ़क़त


ग़ज़ल की है वो काफ़िया भी मेरी

सजी उससे ही शायरी है फ़क़त।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance