AKIB JAVED

Abstract Classics Inspirational

4.0  

AKIB JAVED

Abstract Classics Inspirational

मेरे गाँव की तस्वीर

मेरे गाँव की तस्वीर

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मेरा गांव ही, है मेरे मुल्क़ की तस्वीर !


अजां के साथहोती है भजन,


भजन के साथ-साथनमाज़ अदा होती है।।


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