AKIB JAVED
Abstract Classics Inspirational
मेरा गांव ही, है मेरे मुल्क़ की तस्वीर !
अजां के साथहोती है भजन,
भजन के साथ-साथनमाज़ अदा होती है।।
नया साल
जीवन के रंग
सागर
बादल
किसे कद्र हैं...
फटा जूता
तेरी ही लगन
बोझ गम का ...
हम गमों को भु...
मेरे गाँव की ...
पर जीतता है आखरी जंग वही सच्चा दोस्त बन सके जो सबका निराला। पर जीतता है आखरी जंग वही सच्चा दोस्त बन सके जो सबका निराला।
हर मौलिक विचार की जननी है यही जीवन का हर पहलू इसी से है बना। हर मौलिक विचार की जननी है यही जीवन का हर पहलू इसी से है बना।
समय चरित्र नहीं बदला तो क्यों दोष थोप दिया सदी पर। समय चरित्र नहीं बदला तो क्यों दोष थोप दिया सदी पर।
आत्मा को अनुसंधान है चोला बदलना ही आत्मा का काम है। आत्मा को अनुसंधान है चोला बदलना ही आत्मा का काम है।
हर महफिल की ये इब्तदा है कोई ना कोई दिल तो टूटता है। हर महफिल की ये इब्तदा है कोई ना कोई दिल तो टूटता है।
आजादी के दिवानों ने आजादी दिला दी। आजादी के दिवानों ने आजादी दिला दी।
फ़ाज़िल उसी को तो कबीर ने कहा चंद हर्फों में जो मोहब्बत करते हैं। फ़ाज़िल उसी को तो कबीर ने कहा चंद हर्फों में जो मोहब्बत करते हैं।
तेरे दिल के अंदर में तेरा भगवान छुपा रहता है। तेरे दिल के अंदर में तेरा भगवान छुपा रहता है।
जो मारता फिरे कुलांचे काल दर काल। जो मारता फिरे कुलांचे काल दर काल।
अरे भाई ठीक है अब कलम को दो अपने विराम। अरे भाई ठीक है अब कलम को दो अपने विराम।
किस स्थान पे ईश्वर बचा है अब इस संसार में। किस स्थान पे ईश्वर बचा है अब इस संसार में।
सामने से एक बारात गुज़र रही है, और लोग नाच रहे हैं। सामने से एक बारात गुज़र रही है, और लोग नाच रहे हैं।
बंध के रहोगे अगर अपनों से, कुछ न बिगड़ेगा दुश्मनों से। बंध के रहोगे अगर अपनों से, कुछ न बिगड़ेगा दुश्मनों से।
जो हर पल हर क्षण विवाहिक जीवन में चरितार्थ होती है। जो हर पल हर क्षण विवाहिक जीवन में चरितार्थ होती है।
रौशनी मोहब्बत का नूर बन जाए सबब मिलन का हमारे हैं। रौशनी मोहब्बत का नूर बन जाए सबब मिलन का हमारे हैं।
प्रेम-ख़ुशी-हिम्मत-दया आज खेल लो होली को तुम। प्रेम-ख़ुशी-हिम्मत-दया आज खेल लो होली को तुम।
बस...जरा सी सितारों की... चांदनी घोल देना। बस...जरा सी सितारों की... चांदनी घोल देना।
ये नया साल बदलेगा भारत की तस्वीर इसी साल बदलेगी हम सबकी तकदीर। ये नया साल बदलेगा भारत की तस्वीर इसी साल बदलेगी हम सबकी तकदीर।
दसवां मैं स्वयं अपनी सारी कमियों के साथ ! हर एक मुख मेरा ही है। दसवां मैं स्वयं अपनी सारी कमियों के साथ ! हर एक मुख मेरा ही है।
राष्ट्रप्रेम की उनमे बहती जलधारा देश प्रेम ही वीरों की पहचान। राष्ट्रप्रेम की उनमे बहती जलधारा देश प्रेम ही वीरों की पहचान।