तेरे पास भी, मेरे पास भी
तेरे पास भी, मेरे पास भी
दर्द किसकी ज़िंदगी में नहीं है,
ये तेरे पास भी है, मेरे पास भी है।
बनाया है खुदा ने सबको एक जैसा,बस किस्मत का खेल है,
मेरे पास भी है, तेरे पास भी है।
सबकी सांसें पतंग जैसी है, जिसकी डोर,
ना तेरे पास ही है, ना मेरे पास ही है।
जब चोट लगती है तो दर्द सबको होता है,
मैं भी इंसान हूं, तू भी इंसान ही है।
बस दूसरों की चोट या दर्द का मजाक ना बनाओ
,क्यूंकि आज बुरे वक्त में मैं हूं,
तो कल ऐसा कुछ वक्त तेरे साथ भी है।
आखिर सब सवार तो एक ही नाव में है,
आज डूबना मुझे है, कल डूबना तुझे भी है।
खुश रहने की वजह ढूंढो, सोचो किस चीज से खुशी मिलेगी, क्यूं
कि सोच तो तेरे पास भी है और मेरे पास भी है।
किसी की जिंदगी में दखलंदाजी मत करो,
जैसी जिंदगी तुम्हारी है, ऐसे ही जिंदगी उसकी भी है।
बस सफर पर चलते जाओ, ना दो किसी को धोखा,
मंजिल सबकी एक ही है, इसमें क्या तेरी भी है और मेरी भी है।