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Shweta Sharma

Others

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Shweta Sharma

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नानी के लिए कहानी

नानी के लिए कहानी

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काश मामा, नानी पढ़ पाती मेरी कहानी,

नानी तो सुनाती थी ना जाने कितनी कहानी,

उनकी वो कहानियों का इंतजार रहता था,

मामा के शरारतों से नानी का घर बहार रहता था,


वक़्त बीत जाता है, यादें नहीं जाती हैं,

नानी, मामा चले गए, पर यादों से उनकी

मुस्कुराहटें नहीं जाती हैं,

आज वो दोनो होते, तो पढ़ते मेरी कहानी,

खुश वो होते पढ़कर मेरी लिखी सारी कहानी,


मैं दिखा ना पाई उन्हें अपनी रचनाओं को,

ना बांट पाई उनके साथ अपने अनुभवों को,

बस खुशी इस बात की है, की यादें उनकी पास हैं मेरे,

जिससे खुश होती हूं,


अपनी कहानियों में नानी को देखा करती हूं,

उन्हें कहानियों में याद किया करती हूं,

आखिरी समय में भी सुनाई थी उन्होंने हमें कहानी,

बोला नहीं जा रहा था, फिर भी सुना रहीं थीं कहानी,


आज वो नहीं है, पर मैंने भी है ठानी,

मैं तो लिखती हूं और लिखती रहूंगी, नानी के लिए कहानी।



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