हम नारी हैं
हम नारी हैं
हम नारी हैं बेचारी नहीं,
समझो ना हमें अबला।
स्वाभिमानी हो, आत्मविश्वासी हो,
यही है नारी का कीमती गहना।
चलना है, रुकना नहीं,
चाहे हो कितना भी पहरा,
जीत जाते हैं हम,
अगर विश्वास हो खुद पर गहरा,
रास्तों में कांटे आते जाते रहेंगे,
हमें वो पल पल सताते रहेंगे,
लेकिन चोट से डरकर हमें नहीं बैठना,
बल्कि लहूलुहान होकर भी आगे है चलना,
नारी किसी से कम नहीं है,
यह हैं लोगों को दिखाना,
कमी नहीं होगी राक्षसों की हमारी राहों में,
पर डरकर ही बैठे नहीं रह सकते हम खुद की बाहों में,
खुद को डर से ज्यादा ना डराना,
दुष्ट लोग डरे हमसे ऐसा खुद को बनाना,