पांच बजे का अलार्म लगाकर सुबह अंधेरे मन पक्का कर निकल पड़े करने को सैर पांच बजे का अलार्म लगाकर सुबह अंधेरे मन पक्का कर निकल पड़े करने को सैर
यह है जीवन का आधार यह है जीवन का आधार
पर मैंने भी कभी हार न मानी मुश्किलों से हमेशा लड़ने की ठानी पर मैंने भी कभी हार न मानी मुश्किलों से हमेशा लड़ने की ठानी
मेरे सर से जब जब गुज़रा पानी तो काँप गई मैं मेरे सर से जब जब गुज़रा पानी तो काँप गई मैं
संग आपके सैर पे जाना है चांद की दुनियाँ बारे में सारे जहां को समझाना है... चंदा मामा संग आपके सैर पे जाना है चांद की दुनियाँ बारे में सारे जहां को समझाना है......
मैं दिखा ना पाई उन्हें अपनी रचनाओं को, ना बांट पाई उनके साथ अपने अनुभवों को, मैं दिखा ना पाई उन्हें अपनी रचनाओं को, ना बांट पाई उनके साथ अपने अनुभवों को,