सामान्य लोगों द्वारा ये किस्से चटखारे लिए पढ़े जाते हैं सामान्य लोगों द्वारा ये किस्से चटखारे लिए पढ़े जाते हैं
मैं दिखा ना पाई उन्हें अपनी रचनाओं को, ना बांट पाई उनके साथ अपने अनुभवों को, मैं दिखा ना पाई उन्हें अपनी रचनाओं को, ना बांट पाई उनके साथ अपने अनुभवों को,
क्षण क्षण जीवन के बस सीमित, अपनी रचनाओं मैं बस रिसता हूँ क्षण क्षण जीवन के बस सीमित, अपनी रचनाओं मैं बस रिसता हूँ
कजरारे नैन नक्श मधुर सा स्वरूप यौवन का रूप कजरारे नैन नक्श मधुर सा स्वरूप यौवन का रूप