STORYMIRROR

Anshi Patel

Romance

4  

Anshi Patel

Romance

तेरे पास आ जाऊं

तेरे पास आ जाऊं

1 min
401

मन चली हवाओं की तरह तेरे पास आ जाऊं

इस बेहया धूप में शीतल बन तुझमें समा जाऊं


एक अनकहे एहसास की तरह तेरे पास आ जाऊं

तेरी हर सांस में सांस मिलाकर तेरी बनकर रह जाऊं


इस जहान के सारे बंधन तोड़के तेरे पास आ जाऊं

तेरी सदियों पुरानी तड़पती रूह में, में सिमट जाऊं।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance