"नारी शक्ति "
"नारी शक्ति "
वो घर सजाने से लेकर अंतरिक्ष का सफर कर चुकी है
फिर भी उसके सम्मान के लिए एक दिन क्या काफ़ी है
एक चार दीवार वाले मकान को घर में तब्दील करती है
फिर भी उसका नाम तक नेम प्लेट पर कभी नही आता है
दिन रात बिना थके वो जब देखो तैयार खड़ी मिलती है
ना धूप देखे ना छाव देखे हर बार सबकी सेवा करती है
दुनिया में कोई ऐसा काम नही जो वो कर ना सकती हो
फिर भी हर बार उसकी तुलना दूसरो से की जाती है
उसका सम्मान करना हो तो एक दिन नही दिल से करो
और उसकी शुरुआत अपने घर की बहु बेटियो से करो
एक दिन फोन में स्टेटस रखकर सम्मान देने से क्या होगा
सम्मान मन से करो दिखावा करने की जरूरत नहीं होगी
जो जीवन सवार सकती है उसे वो उजाड़ भी सकती है
उस नारी शक्ति को कमजोर समझने की भूल मत करो।