तेरा मुस्कराना
तेरा मुस्कराना
दिल को बहुत अच्छा लगता है तेरा मुस्कराना,
नजरें झुका पलके झुका कर वो तेरा मुस्कराना।
हटाती हो जब अपनी जुल्फो को चाँद से मुखड़े से,
हसीन चेहरा तेरी अदा मंद मंद वो तेरा मुस्कराना।
दिल काबू में नहीं रहता तेरी इन दिलकश अदा को देख,
ख्वाबों में आकर मुझे जगाना सुहाता है तेरा मुस्कराना।
हौले हौले तब दिल मे समाना तेरी चूड़ियों की खनक ,
पायल की झंकार बाँहों से लिपट प्यार से तेरा मुस्कराना।
रूह की महक तेरी मुझे मद्धम रोशनी मदहोश करती है,
शर्म से नजरें झुका ऑखों में ऑखे डाल तेरा मुस्कराना।
अब तेरी किस किस अदा का मै बयाँ करूँ अपने लफ़्ज़ों से,
रूठना, मनाना याद आती है तेरी बातें और तेरा मुस्कराना ।
तुम्हारी उदासियो से दिल की नजदीकिया बढने लगती हैं ,
रोते रोते मुझे डांटना और डांट लगाते गले लग तेरा मुस्कराना। ।