तेरा आने वाला कल
तेरा आने वाला कल
जीवन यात्रा में समय का पहिया चलता ही जाता
गुजरा हुआ समय कभी फिर से वापस ना आता
आएंगे मोड़ अनेकों और मिलेगी पथरीली ज़मीन
हिचकौले खाए बिना ये सफर बनता नहीं हसीन
पीड़ा अनुभव किए बिना सुख का ना कोई मोल
हर चनौती को स्वीकार कर मत कर टालमटोल
अवसर यदि गंवाएगा तो कुछ भी कर ना पाएगा
पछतावे के आंसू बहाकर हाथ मलता रह जाएगा
निष्क्रिय होकर मत बैठ कर्मक्षेत्र पर उतरता चल
तेरे कर्मों से सुखमय बनेगा तेरा आने वाला कल।
