स्वर्णिम पल
स्वर्णिम पल
काश !
नौकरी में
तनख्वाह के साथ,
मिलते
कुछ सुनहरे पल
तो चुपके से
चुरा लेती
पति के बटुए से
और रखती
छुपा-छुपाकर
फ़िर करते खर्च
हम दोनों
साथ-साथ
जीते उन स्वर्णिम पलों को,
जब-जब होता मन
उदास या निराश
काश !
काश !
नौकरी में
तनख्वाह के साथ,
मिलते
कुछ सुनहरे पल
तो चुपके से
चुरा लेती
पति के बटुए से
और रखती
छुपा-छुपाकर
फ़िर करते खर्च
हम दोनों
साथ-साथ
जीते उन स्वर्णिम पलों को,
जब-जब होता मन
उदास या निराश
काश !