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Parmanand Nishad Sachin

Abstract

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Parmanand Nishad Sachin

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सूर्य

सूर्य

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रोज सुबह आता है,

सदा सबको जगाता है।

ठंड के दिनों मे गर्मी देकर,

वो सूर्य चला जाता है।


पूरब, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण,

चारों दिशा झंडा फहराया है।

सूर्य के तेज प्रकाश से,

अंधकार दूर हो जाता है।


सुख, दुख का साथी है,

तन को ताजा रखता है।

सूर्य से हमे मिलता,

विटामिन डी हमारे तन को।


किसी से भेदभाव नहीं,

ना किसी से छुआछूत।

सबको एक समान जानकर,

जग को रोशन करता है।


सूर्य की महिमा अपार,

तेज रोशन से करता है पार।


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