STORYMIRROR

Arunima Bahadur

Inspirational

2  

Arunima Bahadur

Inspirational

सुरक्षित पर्यावरण

सुरक्षित पर्यावरण

1 min
234


वीभत्स पुकार, ये चीत्कार

जन जन में फैला हाहाकार

वायु प्रदूषित, जल है प्रदूषित

मानव का विचार प्रदूषित

कौन आये कौन समझाए

अरुणिमा को ये समझ न आये

कदम एक बढ़ाऊँ मैं

सोई मानवता जगाऊँ मैं

विचारों की क्रांति लाऊँ मैं

जन जहां फिर मुस्कायेगा

सुख के गीत गायेगा



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational