सुरक्षा कवच
सुरक्षा कवच
जबानें तालुओं से सट गई
दिमाग पर पहरे लगे हैं
मेरे विद्यार्थी जवाब नहीं देते
बहस उन्होंने की थी
आज की स्थिति को लेकर
इतिहास को साक्षी रखकर
लेकिन
निर्णायक दौर में
पथरा गए उनके विचार
मैंने उनसे कहा
तुम्हारे लक्ष्य बंधे-बंधाए हैं
इंजीनियर, डॉक्टर, अधिकारी
नहीं तो चपरासी
तब वे एकसाथ उठ
बेंच ठोक/ करते हैं घोषणा
नहीं! नहीं!
अब हम अपने माता-पिता के
सुरक्षा कवच
बनना बंद कर देंगे.
