STORYMIRROR

Shyam Kunvar Bharti

Drama

3  

Shyam Kunvar Bharti

Drama

सुना घर परिवार बिन

सुना घर परिवार बिन

1 min
11.6K

प्रिया प्रिय बिना देह हिय बिना

नीर क्षीर बिना भोजन खीर बिना


उत्सव उदास उपहार बिना

सुना घर परिवार बिना ठौर कहा घरवार बिना


खेत अन्न बिना कोष धन बिना

विचार मन बिना आचार बेद बिना


कैसा रिश्ता ब्यवहार बिना

सुना घर परिवार बिना ठौर कहा घरवार बिना


प्यार भाव बिना यार चाह बिना

तलवार वार बिना सागर खार बिना


डूबे नैया पतवार बिना

सुना घर परिवार बिना ठौर कहा घरवार बिना


भाई बहन बिना संतान दमपत्ति बिना

चलन रहन बिना दान संपत्ति बिना


अतिथि अपमान सत्कार बिना

सुना घर परिवार बिना ठौर कहा घरवार बिना


किलकारी बाल बिना कुल खानदान बिना

ससुर दामाद बिना कन्या दान बिना


लज्जित दुल्हन संसकार बिना

सुना घर परिवार बिना ठौर कहा घरवार बिना


नईहर मात बिना नानी नात बिना

पीहर पति बिना काम रति बिना


बेबस बचपन पुचकार बिना

सुना घर परिवार बिना ठौर कहा घरवार बिना।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama