STORYMIRROR

Sawan Sharma

Romance

4  

Sawan Sharma

Romance

सुझाव दो

सुझाव दो

1 min
311

कहूँ अपना या ना तुमको

प्रिये कहू या प्रेयसी

या बन जाऊँ अनजान कोई 

सोचू नहीं तुम को मैं अपना

दुविधा भरे मन को मेरे 

तुम ही कुछ सुझाव दो


साथ रहो तुम बन के संगिनी

स्वप्न ऐसे सजा लूं क्या

या जब आए स्वप्न ऐसा 

तब मैं नींद से उठ जाऊँ 

स्वप्न देखते मन को मेरे 

तुम ही कुछ सुझाव दो


प्रार्थनाओं में हमेशा 

साथ तुम्हारा मांगता हूं 

आस करू मैं मिलने की 

या आस लगाना छोड़ दु 

आशावादी मन को मेरे 

तुम ही कुछ सुझाव दो।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance