सबसे अच्छी तुम
सबसे अच्छी तुम
कुदरत नामक चित्रकार के,
सबसे सुंदर चित्रों में तुम ।
मूर्तिकार है वो ईश्वर
सबसे प्यारी मूरत तुम ।
बेरंग में रंग भरने वाली
निःशब्द को शब्द देने वाली
श्रंगार रस की कविता में
कविता का सौंदर्य तुम ।
शब्द बने जो तारीफों के
तुम्हारी व्याख्या करते हैं ।
जीवन सुंदर सा मुक्तक ,
सबसे प्यारे छंदो में तुम
बगिया में जो सबसे ज्यादा
खिला हुआ सा फूल हो तुम
फूल जिससे इत्र बना
उस इत्र की सुगंध जैसी तुम।

